खोतवा में तोता रोवे मैना अंगनवा । बिधिना ई कईसन लिखल करमवा ।
केकर सराप ह ई , डाह केकर जागल। केकर नजरिया पिरितिया के लागल ।
अंखिया बनल जईसे भादो के बदरिया , लोरवा से भींजल दईबा धानी चुनरिया ।
खोतवा में तोता रोवे मैना अंगनवा । बिधिना ई कईसन लिखल करमवा ।
हँसते -हंसत लोर आँख में समाईअल, करम के पाती हमार कहंवा हेराइल ।
काहें के बिधिना फेर लिहल नयनवा ,बिधिना ई कईसन लिखल करमवा ।
खोतवा में तोता रोवे मैना अंगनवा । बिधिना ई कईसन लिखल करमवा ।
गीतकार - सतीश मापतपुरी , मोबाईल -9334414611
गुरुवार, 14 जनवरी 2010
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